अम्बेडकर जयंती उत्सव के रूप में मनाया जाएगा संविधान अंगीकरण का अमृत महोत्सव -प्रत्यूष पांडेय
देवरिया। मुख्य विकास अधिकारी प्रत्यूष पांडेय ने बताया कि जनपद में भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की जयंती इस वर्ष विशेष उल्लास और गौरव के साथ मनाई जाएगी। प्रमुख सचिव, उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार यह उत्सव 14 अप्रैल से 28 अप्रैल 2025 तक आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर संविधान के अंगीकरण के 75 वर्ष पूर्ण होने की ऐतिहासिक उपलब्धि को जन-जन तक पहुँचाने का उद्देश्य रखा गया है।
पूरे जनपद में इस दौरान ग्राम सभाओं, विकास खंडों, क्षेत्र पंचायतों और जिला पंचायतों में पारंपरिक कार्यक्रमों के साथ-साथ “हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान” टैगलाइन के अंतर्गत पोस्टर, बैनर और झंडों के साथ प्रभात फेरियों का आयोजन किया जाएगा। प्रभात फेरी का समापन एससी/एसटी बहुल क्षेत्रों के अमृत सरोवर स्थलों पर बाबा साहब की प्रतिमा अथवा उनके चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर किया जाएगा। इसके उपरांत स्वतंत्रता प्राप्ति और संविधान निर्माण में महान नेताओं और विधि विशेषज्ञों की भूमिका पर वाद-विवाद, गोष्ठियों और सेमिनारों का आयोजन होगा।
इसके साथ ही सभी सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालयों में संविधान निर्माण की प्रक्रिया, मौलिक अधिकारों, नागरिक कर्तव्यों और संविधान में हुए अद्यतन संशोधनों पर व्याख्यानमाला आयोजित की जाएगी। ग्राम सभाओं में जीवित स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान किया जाएगा तथा उन ग्रामों में विशेष समारोह होंगे जहाँ संविधान सभा के सदस्यों या महिला सदस्यों से जुड़ी स्मृतियाँ हों।
शासकीय एवं अशासकीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में प्रार्थना सभा के उपरांत संविधान के विभिन्न पहलुओं पर आधारित क्विज, वाद-विवाद, सेमिनार एवं खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन भी सुनिश्चित किया जाएगा। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को नागरिक अधिकारों, कर्तव्यों और सामाजिक सशक्तिकरण, महिला सशक्तिकरण, लैंगिक समानता जैसे संवैधानिक मुद्दों के प्रति जागरूक किया जाएगा।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि इन सभी कार्यक्रमों की निगरानी ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम विकास अधिकारी एवं लेखपाल द्वारा, विकास खंड स्तर पर खंड विकास अधिकारी द्वारा और जिला स्तर पर स्वयं जिलाधिकारी द्वारा की जाएगी। जिला स्तर पर कार्यक्रमों के संचालन हेतु डीपीआरओ एवं विकासखंड स्तर पर खंड विकास अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किया गया है, जो कार्यक्रमों के सफल क्रियान्वयन के लिए उत्तरदायी रहेंगे।
