महाकुंभ में ममता कुलकर्णी बनी महामंडलेश्वर, किन्नर अखाड़ा ने पट्टाभिषेक कर ली संन्यास की दीक्षा
महाकुंभ में ममता कुलकर्णी बनी महामंडलेश्वर, किन्नर अखाड़ा ने पट्टाभिषेक कर ली संन्यास की दीक्षा
कुंभनगर। बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने महाकुंभ पहुंचकर संन्यासी बन चुकी हैं। यहां उन्होंने संन्यास की दीक्षा ली और किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनाई गई हैं।
महाकुंभ में स्नान करने के बाद ममता कुलकर्णी ने संगम किनारे अपने पूर्वजों का पिंडदान किया। इसके बाद किन्नर अखाड़े के संतों ने उनका पट्टाभिषेक किया। किन्नर अखाड़े के आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ममता को दीक्षा दी है।
चादरपोशी की रस्म अदाकर ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर की पदवी दी गई और उनको नया नाम श्री यामाई ममता नंद गिरि दिया गया। ममता अब इसी नाम से जानी जाएंगी। इसके पहले उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें में उन्होंने बताया कि साध्वी बनने के बाद वे संगम, काशी और अयोध्या की यात्रा करेंगी।
बता दे कि भारतीय हिंदी फिल्म तिरंगा (1992) से अपने करियर की शुरुआत करने वाली ममता कुलकर्णी एक फेमस अभिनेत्री और मॉडल रह चुकी हैं। ममता कुलकर्णी का जन्म मराठी ब्राह्मण परिवार में 20 अप्रैल 1972 को मुंबई में हुआ था। ममता कुलकर्णी को 1993 में फिल्म आशिक आवारा के लिए फिल्म फेयर अवार्ड भी मिला था। इसके अलावा, ममता कुलकर्णी सबसे बड़ा खिलाड़ी, करन-अर्जुन, वक्त है हमारा और बाजी आदि फिल्मों के लिए भी जाना जाता है।
कुलकर्णी ने 2002 में बॉलीवुड इंडस्ट्री से नाता तोड़ लिया था। इसके बाद ममता कुलकर्णी दोबारा 2016 में चर्चा में आई, जब पुलिस ने ममता का नाम ड्रग्स की अवैध सप्लाई के मामले में शामिल बताया।
