आई पी एल सट्टा बाजी में मुरादाबाद में पकड़े गए सट्टेबाजो के सिंडिकेट की जड़ें बेसिक शिक्षा विभाग में गहरी
IPL में सट्टा बाजी से बेसिक के शिक्षकों नें रातोंरात कमाए करोड़ों रुपए
मुरादाबाद। जनपद में पकड़े गए आईपीएल सट्टेबाजी सिंडिकेट की जड़ें जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में भी गहरी हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बेसिक शिक्षा विभाग के 250 से अधिक शिक्षक इस सट्टेबाजी में लिप्त हैं। बताया जा रहा है कि रातोंरात करोड़पति बने ये शिक्षक अपने स्कूलों में कभी झांकने तक नहीं जाते। कुछ ने प्राइवेट शिक्षकों को स्कूल में पढ़ाने के लिए रखा है, तो कुछ अपने रसूख के दम पर घर बैठे हाजिरी लगा रहे हैं। पुलिस ने अब तक तीन शिक्षकों को गिरफ्तार किया है, जो मुरादाबाद जेल में बंद हैं। बीएसए विमलेश कुमार ने इन तीनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। जेल में बंद शिक्षकों में बिलारी ब्लॉक के कंपोजिट स्कूल इब्राहिमपुर के इंचार्ज शिक्षक धर्मेंद्र कुमार, सहायक शिक्षक मनोज अरोड़ा, और डिलारी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय वसावनपुर के प्रधानाध्यापक सुशील चौधरी उर्फ सुरेंद्र सिंह शामिल हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, लगभग 250 शिक्षकों के नंबर और चैट्स आईपीएल सट्टेबाजों के फोन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) में मिले हैं। इन चैट्स के आधार पर पुलिस ऐसे शिक्षकों को ट्रेस करने की तैयारी कर रही है, ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई हो सके।
मुरादाबाद पुलिस ने बीते 11 अप्रैल की रात सीओ सिविल लाइंस कुलदीप गुप्ता के नेतृत्व में सिविल लाइंस में पीटीसी के सामने एक फ्लैट पर छापा मारा था। यहां व्यापारी कौशल कपूर के फ्लैट में पुलिस ने आईपीएल सट्टेबाजी कर रहे 9 लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। बाद में एक अन्य आरोपी को भी पकड़ा गया। वर्तमान में इस मामले में कुल 10 लोग मुरादाबाद जेल में बंद हैं, जिनमें तीन बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक हैं।
जेल में बंद 10 में से 7 आरोपियों की जमानत अर्जी सेशन कोर्ट ने खारिज कर दी है। अब इन्हें जमानत के लिए हाईकोर्ट जाना होगा। जिन 7 आरोपियों की जमानत खारिज हुई, उनमें टीटू उर्फ दीपक, विक्की छावड़ा, कमल छावड़ा, मनोज अरोड़ा, हेमंत अरोड़ा, रोहित गुप्ता और अभिनव शामिल हैं।
आईपीएल सट्टेबाजी मामले में 13 लोग वांटेड हैं, लेकिन 11 अप्रैल के बाद लगातार छापेमारी के बावजूद सिविल लाइंस पुलिस एक भी वांटेड आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस हर दिन 10 से अधिक स्थानों पर छापे मार रही है, लेकिन अभी तक कोई वांटेड आरोपी पकड़ में नहीं आया है।
