देवरिया में कोटेदारों ने जिला पूर्ति अधिकारी को मशीनें लौटते हुए सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
देवरिया। उत्तर प्रदेश में उचित दर विक्रेताओं (कोटेदारों) ने अपनी समस्याओं को लेकर बड़ा कदम उठाते हुए जिला पूर्ति अधिकारी को मुख्यमंत्री योगी के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कोटेदारों ने विभाग द्वारा दी गई मशीनें (ई-मतदान/ई-पॉस मशीन) जिला पूर्ति अधिकारी को वापस कर दीं और वर्तमान व्यवस्था पर गहरी नाराजगी जताई।
कोटेदारों ने ज्ञापन में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जारी नई व्यवस्था में कोटेदारों पर लगातार अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ रहा है, जबकि नियमानुसार उन्हें मशीनों, इंटरनेट, मेंटेनेंस और अन्य खर्चों का वहन स्वयं करना पड़ रहा है। इससे राशन वितरण व्यवस्था प्रभावित हो रही है और कोटेदार आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। कोटेदारों ने बताया कि अन्य राज्यों जैसे हरियाणा, दिल्ली, गुजरात आदि में कोटेदारों को प्रति कुंतल 200 से 2000 रुपये तक की इंकम गारंटी दी जाती है, जबकि उत्तर प्रदेश में कोटेदारों को मात्र 90 रुपये प्रति कुंतल मिलता है। इससे परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो गया है।
ज्ञापन में कोटेदारों ने मांग की कि उत्तर प्रदेश के कोटेदारों को भी अन्य राज्यों की तरह उचित इंकम गारंटी दी जाए। मशीन, इंटरनेट, सर्वर और तकनीकी खर्चों को सरकार वहन करे।वितरण व्यवस्था को सरल और पारदर्शी बनाया जाए ताकि कोटेदारों पर अनावश्यक दबाव न पड़े। कोटेदारों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे विधानसभा घेराव और अन्य चरणबद्ध आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
इस दौरान बड़ी संख्या में कोटेदार मौजूद रहे और उन्होंने एक स्वर में कहा कि बढ़ती महंगाई में 90 रुपये प्रति कुंतल पर काम करना संभव नहीं है। कोटेदारों ने कहा कि मशीनें वापस करना उनकी मजबूरी है। क्योंकि बिना आर्थिक सहयोग के वे इस व्यवस्था को संभाल नहीं सकते।इस दौरान मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला पूर्ति अधिकारी को सौंपा ।
